अजय एक लड़का था जिससे घुटने मैं दिकत थी और इस कारण के वजह से वह लंगड़ा था I
लंगड़ा .... लंगड़ा....
उसका मज़ाक मत उड़ाओ
अगली अवधि: खेल अवधि
उसका विद्यालय मैं सब बच्चे मज़ाक बनाकर हस्ते और उसके साथ बदतमीज़ी करते थे I
क्या तुम हमारे साथ भागोगे ?
जब अजय दोपहर को स्कूल से लौट रहा था तो उसने देखा की उसके सहपाठी को कुछ गुंडे परेशान कर रहें थे और यह देख कर वो तुरंत उसकी जान बचाने चला गया I
बचाओ
भागो ...
अजय ने अपने सहपाठी को खुशी - खुशी माफ़ किया और वाह से वोह दोनों दोस्ती का सफर शुरू करते हुए चल पड़े I
:भाई मुझे माफ़ करदो मैंने तुम्हारे साथ इतना बुरा किया और फिर भी तुमने मेरी जान बचाई
कोई बात नहीं जो बीत गई सो बात गई,
अबसे हम दोनों दोस्त
हाँ और मैं तुम्हारे साथ रहूंगा और दूंगा, अब चलो !